Adani Group Scam? कैसे Hindenburg report ने डुबाये Gautam Adani के 48000 करोड़ सिर्फ एक दिन में | Adani share failling today?
कैसे एक Hindenburg रिपोर्ट ने अडानी एम्पायर को हिला कर रख दिया भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अदाणी ( Gautam Adani) को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका की निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg Research ) ने एक रिपोर्ट जारी किया था जिसमे बताया की अदाणी समूह पर शेयरों में हेरफेर करने और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी करने का और ये दस-बिस सालो से कर रहा है और रिपोर्ट में ये भी बोलता है की उन्होंने लगातार दो साल तक इन्वेस्टीगेशन कंडक्टिंग करने के बाद ही ये आरोप लगाया है। Adani Group का और इसके साथ-साथ और क्या क्या बोलता है हम इस लेख में आपको पूरा जानकारी देंगे।
Hindenburg Research कौन है और फाइनेंस की दुनिया में इनके बातो को इतना सीरियस क्यों लिया जाता है?
हिंडेनबर्ग रिसर्च एक इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म है जो Activist Short Selling में काम करता है इसका मतलब के जिस स्टॉक्स को दाव में ये लगाते है उस स्टॉक का प्राइस जितना नीचे जायेगा उतना Short Seller को फायदा होगा हिंडेनबर्ग रिसर्च कंपनी की शुरुआत Nathan Anderson ने 2017 को किया था
Nathan Anderson कहते है वो हिंडेनबर्ग रिसर्च के जरिए वो कॉरपोरेट फ्रॉड को पब्लिक रिपोर्ट्स में पब्लिश करता है जो भविष्य में डिजास्टर और बहुत ज्यादा नुक़सान कर सकता है और वो अपने वेबसाइट के जरिये लोगो को ये प्रोवाइड करता है और आप को बता दू की जब भी इनका रिपोर्ट आता है तो ऐसे कंपनीस का स्टॉक्स में बड़ी गिरावट होती है इससे पहले भी हिंडेनबर्ग रिसर्च ने निकोला, क्लोवर हेल्थ, लॉर्डस्टोन मोटर्स, एंड टेक्नोलॉजीस जैसे कंपनीस को Exposed कर चुके है जिसके बाद इन कंपनीस के शेयर में बहुत बड़ी गिरावट देखने को मिलती है
केवल इस एक रिपोर्ट ने गौतम अडानी की नेटवर्थ में 20% गिरावट आई है चलिए जानते Hindenburg Research ने अडानी ग्रुप के बारे में क्या-क्या कहा है?
Hindenburg Research ने कहा अडानी ग्रुप: कैसे दुनिया के 3rd सबसे अमीर इंसान ने कॉरपोरेट हिस्ट्री का सबसे बड़ा चीटिंग और धोखा किया।
हिंडेनबर्ग ने ये आरोप लगाया और ये रिपोर्ट आने के बाद Adani Enterprises का शेयर प्राइस आज के दिन 19.6% गिर गया इसके बाद Adani Green भी 20 % के लगभग गिर गया और भी बाकि के अडानी शेयर भी इसी तरह गिर चुकी है और हिंडेनबर्ग ने कहा की इनका शेयर 85% तक गिर सकता है
अब जानते है इन्होने रिपोर्ट में क्या ऐसा कह दिया की इनके शेयर में इतने बड़े गिरावट देखने को मिला और इतना पैसा एक दिन में डूब गए
रिपोर्ट ने कहा 2 साल की जांच के निष्कर्षों को प्रकट करते हैं, यह सबूत पेश करते हैं कि 17.8 ट्रिलियन रुपये (218 बिलियन अमेरिकी डॉलर) भारतीय समूह अडानी समूह दशकों से एक बेशर्म स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में लगा हुआ है!
हिंडेनबर्ग ने कहा अडानी ग्रुप ने भारी कर्ज ले रखा है जिसमे से साथ कंपनीस में से 5 कंपनी का करंट रेश्यो एक से कम है
हिंडेनबर्ग ने ये भी कहा की कर्ज एक लोन के फॉर्म में ले रखा है जोकि शेयर को गिरवी रख कर लिया गया है अब जोकि शेयर बहुत ज्यादा overvalued है अगर शेयर गिरती है तब जिसने लोन दिया है वो शेयर बेच भी सकता है और उसके बाद शेयर और भी ज्यादा गिरेगा जिससे इन्वेस्टर्स को बहुत ज्यादा लॉस झेलना पड़ेगा। आप नीचे देख सकते हो की लोन लेने पर कितने प्रतिसत शेयर गिरवी रखा गया है
इसके बाद हिंडेनबर्ग ने अडानी के फैमिली मेंबर्स और उनके भाइयो को भी आरोप लगाया है कहा उन्होंने टैक्स बचाने के लिए मोरिसिएस, UAE, कैरेबियन ISLANDS, जैसे जगह पर शैल कंपनीस बनाने के एलिगेशन भी लगाए है और हिंडेनबर्ग ने ये भी कह दिया की इन सब फ्रॉड के वजह से SEBI अडानी ग्रुप की कंपनीस को डिलिस्ट भी कर सकती है
साथ कंपनीस में से 5 कंपनी का करंट रेश्यो एक से कम है समूह की पांच कंपनियों (अडानी पोर्ट्स और अदानी विल्मर को छोड़कर सभी) का वर्तमान अनुपात 1.0 से नीचे है, जो एक बढ़े हुए अल्पकालिक तरलता जोखिम को दिखाता है जोकि आप इसमें पूरी जानकारी देख सकते हो.
इसके बाद भी हिंडेनबर्ग ने अडानी ग्रुप के उपर बहुत सारे एलिगेशन लगाए है.
READ MORE: सबसे सस्ता शेयर कौन सा है, Sabse Sasta Share list 2023?
READ MORE: भविष्य में बढ़ने वाले penny stocks 2023? | Best Penny Stocks to Buy Now in India 2023
READ MORE: TCS Share Price Prediction 2025, 2030, 2040, 2050, तक Target क्या होगा?
निष्कर्ष-
हिंडेनबर्ग का कहना है अडानी शेयरो में 85% की गिरावट देखने को मिल सकती है पहले भी हिंडेनबर्ग ने जिस भी कंपनी को टारगेट किया था वो कंपनी आज के दिन स्ट्रगल कर रहा है आप निकोला कंपनी को ही देख लो जब इन्वेस्टीगेशन के बाद पता चला की हिंडेनबर्ग जैसे जैसे कहा वैसे ही कारनामा किया गया जिसके बाद फाउंडर्स को भी अरेस्ट किया गया अब इसके चलते निकोला के जो शेयर प्राइस है वो 64$ से 2$ होगया उसके वैलुएशन भी $32 बिलियन से $1.5 बिलियन पर आ गया
अगर हम हिंडेनबर्ग रिसर्च को भी देखे तो वो शॉर्ट सेलिंग कर के प्रॉफिट कमाती है वो ऐसे फ्रॉड को एक्सपोज्ड कर के हो सकता है कुछ-कुछ वो बढ़ा चढ़ा कर भी बोले हो लेकिन वो पुरे प्रूफ के साथ ये रिपोर्ट निकाला है अब हमे देखना सेबी क्या कदम उठाता है अगर आप इनके शेयर में निवेश करना चाहते हो या पहले से निवेश हो तो आपको बहुत सम्हल कर निर्णय लेना है क्योकि इसके कारन अडानी शेयर में बड़ी जोर की गिरावट हो सकती है अगर हम शेयर के फंडामेंटल देखे तो कमज़ोर नजर आते है.
Post a Comment